देवों के देव महादेव सभी देवताओं से निराले हैं। इनके अस्त्र शस्त्र से लेकर इनके वस्त्र और आभुषण भी सभी देवी-देवताओं से अलग है। शरीर पर बाघ की खाल धारण किए हुए महादेव गले में नाग का श्रृगांर करते हैं। तो क्या कभी किसी ने सोचा है इनके गले में नाग क्यों हैं। +वो नाग कौन हैं? और शंकर जी के गले में क्यों रहता है? दोस्तों आज हम आपको इस वीडियों में बताने जा रहें हैं कि भगवान शिव में bके गले में हर समय नाग क्यों लिपटा रहता है। और वो उनके गले में कैसे आए।
एक कथा के अनुसार वासुकि भगवान शिव के परम भक्त थे। माना जाता है कि नाग जाति के लोगों ने ही सबसे पहले शिवलिंग की पूजा का प्रचलन शुरू किया था। वासुकि की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उनसे वरदान मांगने के लिए कहा। तब नागराज ने उनके बाकि गणों की तरह ही उन्हें भी अपने गणों में शामिल करके उनकी सेवा करने का वरदान मांगा। तब से भगवान शंकर ने उन्हें अपने गले में धारण कर लिया।
.भगवान शंकर अपने सवारी नंदी की तरह की प्रेम करते हैं। और यही वजह है शिव और शिवलिंग को नाग के बिना अधूरा माना जाता है।
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